- पेंशनर्स फेडरेशन की बैठक में देशव्यापी आंदोलन की रणनीति पर चर्चा
- बैठक में वैलिडेशन एक्ट, पेंशन बिल, राशिकरण और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा
- पेंशनर्स के अधिकारों की रक्षा के लिए ‘वोट के अधिकार’ के उपयोग का सुझाव

रांची। ऑल इंडिया स्टेट पेंशनर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रांची में करमा त्यौहार के उल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। इस बैठक में 17 राज्यों के पेंशनर्स पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में वैलिडेशन एक्ट-पेंशन बिल, राशिकरण और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा हुई साथ ही आठवें वेतन आयोग के मद्देनजर संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए एक रणनीति पर भी विचार किया गया। यह तय किया गया कि इन मुद्दों पर आगे की योजना बनाने के लिए जल्द ही एक कोर कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें आवश्यकता पड़ने पर देशव्यापी आंदोलन की रणनीति पर भी निर्णय लिया जाएगा। पेंशनर्स के हितों की रक्षा के लिए कई पदाधिकारियों ने सुझाव दिया कि सभी पेंशनर्स को अपने वोट के अधिकार का सही उपयोग करना चाहिए।
इस बैठक के दौरान महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारियों ने अपनी एक अलग बैठक भी की और यह निर्णय लिया कि उनकी अगली बैठक केवल महिला पदाधिकारियों के साथ हैदराबाद में आयोजित की जाएगी। झारखंड की कार्यकारिणी द्वारा की गई शानदार व्यवस्था के लिए सभी प्रतिभागियों ने उनका धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश संयुक्त पेंशनर कल्याण समिति के संयोजक एन0पी0 त्रिपाठी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव शंकर द्विवेदी, प्राथमिक सेवानिवृत्त शिक्षक कल्याण समिति के अध्यक्ष सत्यदेव सिंह, सेवानिवृत्त डिप्लोमा इंजीनियर कल्याण संस्था के अध्यक्ष दिवाकर राय और वरिष्ठ नागरिक पेंशनर्स सेवा संस्थान, उत्तर प्रदेश के महामंत्री बी0के0 तिवारी मौजूद रहे।
